Diwali (Lakshmi Puja)
Diwali, also known as Deepavali, is one of the most significant and widely celebrated festivals in India and by the Indian diaspora around the world. It is often referred to as the "Festival of Lights." Diwali is a multi-day festival that typically falls in October or November, depending on the Hindu lunar calendar. The festival extends over five days, with each day having its own significance and customs. The main day of Diwali is celebrated on the third day of the festival. Here's an overview of Diwali and its various days:
Day 1 - Dhanteras: As mentioned earlier, Diwali celebrations begin with Dhanteras, which is dedicated to the worship of Goddess Lakshmi and Lord Dhanvantari. People buy gold and silver items, light oil lamps, and perform special prayers for wealth and prosperity.
Day 2 - Naraka Chaturdashi (Choti Diwali): This day commemorates the victory of Lord Krishna over the demon king Narakasura. People take an oil bath, light lamps, burst fireworks, and enjoy festive meals.
Day 3 - Diwali (Lakshmi Puja): The main day of Diwali, on which people worship Goddess Lakshmi, the goddess of wealth and prosperity. Homes are decorated with colorful rangoli designs, candles, and oil lamps. Families perform Lakshmi Puja and offer prayers for prosperity. The night sky is illuminated with fireworks and firecrackers.
Day 4 - Govardhan Puja (Annakut): In some regions, the day after Diwali is celebrated as Govardhan Puja. It commemorates Lord Krishna's lifting of the Govardhan Hill to protect the people of Vrindavan from torrential rain. Offerings of food, sweets, and gifts are made on this day.
Day 5 - Bhai Dooj: The final day of Diwali is dedicated to the bond between brothers and sisters. Sisters perform aarti for their brothers and apply a tilak on their foreheads, and brothers give gifts to their sisters. It's a day to strengthen the bond of love and affection between siblings.
During Diwali, people also exchange gifts, visit relatives and friends, and prepare special meals and sweets. It is a time for cleaning and decorating homes, wearing new clothes, and lighting oil lamps and candles to symbolize the triumph of light over darkness and good over evil.
The significance of Diwali varies among different regions and communities in India, but it is generally a time of joy, celebration, and togetherness. It holds a deep cultural and spiritual meaning and is a time to seek blessings for health, wealth, and prosperity from the deities, especially Goddess Lakshmi.
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दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारत और दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों द्वारा सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। इसे अक्सर "रोशनी का त्योहार" कहा जाता है। दिवाली एक बहु-दिवसीय त्योहार है जो आमतौर पर हिंदू चंद्र कैलेंडर के आधार पर अक्टूबर या नवंबर में आता है। यह त्यौहार पांच दिनों तक चलता है, प्रत्येक दिन का अपना महत्व और रीति-रिवाज होता है। दिवाली का मुख्य दिन त्योहार के तीसरे दिन मनाया जाता है। यहां दीवाली और उसके विभिन्न दिनों का अवलोकन दिया गया है:
दिन 1 - धनतेरस: जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, दिवाली उत्सव धनतेरस से शुरू होता है, जो देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए समर्पित है। लोग सोने और चांदी की वस्तुएं खरीदते हैं, तेल के दीपक जलाते हैं और धन और समृद्धि के लिए विशेष प्रार्थना करते हैं।
दिन 2 - नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली): यह दिन राक्षस राजा नरकासुर पर भगवान कृष्ण की जीत का जश्न मनाता है। लोग तेल से स्नान करते हैं, दीपक जलाते हैं, आतिशबाजी करते हैं और उत्सव के भोजन का आनंद लेते हैं।
दिन 3 - दिवाली (लक्ष्मी पूजा): दिवाली का मुख्य दिन, जिस दिन लोग धन और समृद्धि की देवी देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। घरों को रंग-बिरंगी रंगोली, मोमबत्तियों और तेल के दीयों से सजाया जाता है। परिवार लक्ष्मी पूजा करते हैं और समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। रात का आकाश आतिशबाजी और पटाखों से जगमगा उठता है।
दिन 4 - गोवर्धन पूजा (अन्नकूट): कुछ क्षेत्रों में, दिवाली के अगले दिन को गोवर्धन पूजा के रूप में मनाया जाता है। यह भगवान कृष्ण द्वारा वृन्दावन के लोगों को मूसलाधार बारिश से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत उठाने की याद दिलाता है। इस दिन भोजन, मिठाई और उपहार चढ़ाए जाते हैं।
दिन 5 - भाई दूज: दिवाली का अंतिम दिन भाइयों और बहनों के बीच के बंधन को समर्पित है। बहनें अपने भाइयों की आरती उतारती हैं और उनके माथे पर तिलक लगाती हैं और भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं। यह भाई-बहन के बीच प्यार और स्नेह के बंधन को मजबूत करने का दिन है।
दिवाली के दौरान, लोग उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलते हैं और विशेष भोजन और मिठाइयाँ तैयार करते हैं। यह घरों की सफाई और सजावट करने, नए कपड़े पहनने और तेल के दीपक और मोमबत्तियाँ जलाने का समय है जो अंधेरे पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
दिवाली का महत्व भारत के विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों के बीच अलग-अलग है, लेकिन आम तौर पर यह खुशी, उत्सव और एकजुटता का समय है। इसका गहरा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अर्थ है और यह देवताओं, विशेषकर देवी लक्ष्मी से स्वास्थ्य, धन और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगने का समय है।
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🥳🪔Happy Diwali, Festival of Lights🪔🙏🏻
"Dear friends, I wish you and your family festival of lights bestow you, health & happiness in your life. Happy Diwali”
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